जब डर हकीकत जैसा लगे, तो वो फिल्म सिर्फ थ्रिलर नहीं, एक्सपीरियंस बन जाती है;Amazon Prime पर आई फिल्म ‘स्टोलन’ न सिर्फ इस गैप को भरती है, बल्कि डर और सस्पेंस का नया पैमाना सेट करती है।

सिर्फ 90 मिनट, लेकिन हर मिनट में टेंशन और ट्विस्ट
‘स्टोलन’ महज़ 90 मिनट की फिल्म है, लेकिन इसकी हर सीन आपके दिल की धड़कन बढ़ा देती है। कहानी इतनी सिंपल दिखती है कि लगता है, “क्या इसमें डर होगा?” – लेकिन जैसे-जैसे फिल्म आगे बढ़ती है, सस्पेंस गहराता जाता है। और क्लाइमेक्स ऐसा है, जिसे देखकर आप हैरान रह जाएंगे। ये अंत कोई भी पहले से नहीं बता सकता।
कहानी की शुरुआत – एक स्टेशन, एक बच्चा, और एक गुमशुदा सच्चाई
कहानी की शुरुआत होती है एक सुनसान रेलवे स्टेशन से, जहां एक महिला की नींद के दौरान उसका बच्चा गायब हो जाता है। वो कहती है कि बच्चा चोरी हुआ है। पुलिस आती है, जांच शुरू होती है और इस केस में दो मासूम भाई फंस जाते हैं – जो सिर्फ शादी में शामिल होने आए थे।लेकिन अब वो इस किडनैपिंग केस के गवाह बन गए हैं।
भूतिया हवेली और वायरल वीडियो का डरावना मेल
इस केस का कनेक्शन शहर की सबसे डरावनी जगह – एक भूतिया हवेली से जुड़ता है। जहां जाना भी अपशगुन माना जाता है। लेकिन बच्चा ढूंढने की कोशिश में पुलिस, दोनों भाई, और वो महिला – सब उस हवेली में पहुंच जाते हैं। यहां से शुरू होती है असली डर और सस्पेंस की जर्नी।
फिल्म में एक वायरल वीडियो सामने आता है, जिसमें तीन लोग बच्चों को अगवा करते दिखते हैं। हैरानी की बात ये है कि वो चेहरे आपने पहले भी देखे हैं। अब दर्शक उलझ जाते हैं – क्या मां झूठ बोल रही है? क्या भाई असली किडनैपर हैं? या कोई और चाल चल रहा है?
कम खून-खराबा, ज्यादा माइंड गेम
‘स्टोलन’ में डरावने सीन हैं लेकिन ओवरएक्शन या खून की नदियाँ नहीं हैं। यहां डर माहौल से आता है, कैमरा मूवमेंट से, और सबसे ज़्यादा – किरदारों की आंखों से। ये एक ऐसी कहानी है, जो लगेगा कि आपके साथ भी कभी हो सकती है।

🎬 फिल्म से जुड़े हैं दिग्गज नाम
इस फिल्म से अनुराग कश्यप, किरण राव, विक्रमादित्य मोटवानी और निखिल आडवाणी जैसे बड़े फिल्ममेकर्स जुड़े हैं। इन लोगों ने मिलकर एक ऐसा अनुभव तैयार किया है, जिसे देखकर NH10 जैसी थ्रिलर फिल्मों की याद ताज़ा हो जाती है।
सस्पेंस, शक और इमोशन – सब कुछ एक साथ
फिल्म के अंत तक आप हर कैरेक्टर पर शक करेंगे, फिर उन्हीं पर दया भी आने लगेगी। एक साधारण कहानी को इतने रियल तरीके से पेश किया गया है कि फिल्म खत्म होने के बाद भी उसका असर बना रहता है।
🌟 अभिषेक बनर्जी की परफॉर्मेंस – दमदार और डरावनी
अभिनेता अभिषेक बनर्जी इस फिल्म की जान हैं। उनकी आंखों में डर, गुस्सा, लाचारी – सब कुछ बारीकी से झलकता है। उनके किरदार को देखकर शायद अगली बार कोई अजनबी आपकी मदद मांगे, तो आप सोच में पड़ जाएं।


✅ हमारा रिव्यू:
- कहानी: ⭐⭐⭐⭐☆
- एक्टिंग: ⭐⭐⭐⭐⭐
- डायरेक्शन: ⭐⭐⭐⭐☆
- डर और सस्पेंस: ⭐⭐⭐⭐☆
- कुल मिलाकर रेटिंग: ⭐⭐⭐⭐ (4/5)
📢 कहां देखें?
‘Stolen’ अभी Amazon Prime Video पर स्ट्रीमिंग के लिए उपलब्ध है। अगर आप सच्ची सस्पेंस और थ्रिलर फिल्मों के फैन हैं, तो ये फिल्म आपके लिए एक परफेक्ट वीकेंड पिक है।
⚠️ एक सलाह:
कमजोर दिल वालों के लिए नहीं है ये फिल्म! अकेले देख रहे हों तो हेडफोन लगाकर देखिए – डर और गहरा महसूस होगा।

📝 अंत में…
‘स्टोलन’ एक ऐसी थ्रिलर है, जो सादगी से डर पैदा करती है। इसमें न भारी VFX हैं, न ही बड़ी लोकेशन्स – लेकिन फिर भी ये कहानी आपको अंत तक बांधे रखेगी। अगर आप कंटेंट-ड्रिवन सिनेमा पसंद करते हैं, तो यह फिल्म मिस मत करिए।